
लहसुन के फायदे, विभिन्न रोगों में उपयोग की विधि
अब आपको आयुर्वेद से जुड़ी सही जानकारी जानने के लिए इधर-उधर भटकने की ज़रूरत नहीं है। आप ‘अर्थ’ पोर्टल के ज़रिये एक ही जगह पर आयुर्वेद के सिद्धांत, उपचार और घरेलू इलाजों आदि के बारे में विस्तृत जानकारी हासिल कर सकते हैं। “अर्थ” पोर्टल पर लिखित सारी जानकारी पतंजलि के आयुर्वेदिक विशेषज्ञों द्वारा प्रमाणित है साथ ही आप यहां बीमारियों से जुड़ी आयुर्वेदिक दवाइयों की सूची भी पा सकते हैं।
इस बात का ध्यान रखें कि जरूरत से ज्यादा मात्रा में हल्दी का सेवन करना नुकसानदायक भी हो सकता है इसलिए सर्दी या गर्मी कोई भी मौसम हो हल्दी का सेवन हमेशा सीमित मात्रा में ही करें।
हल्दी में पीलिया रोग को दूर करने के गुण मौजूद होते हैं । पीलिया रोग में आधा किलो दही में दो चम्मच हल्दी पाउडर मिलाकर रोगी को दिन में तीन टाइम सुबह दिन में और रात को नियमित खिलाएं इससे बहुत जल्दी पीलिया रोग में आराम मिल जाएगा ।
पीएम मोदी से पहले वाजपेयी तक, कश्मीर पर भारत-पाक की गुप्त शांति वार्ता हमेशा विफल क्यों रही
क्या रोज हल्दी वाला पानी पीना अच्छा है?
दही में इस एक चीज को मिलाकर चेहरे पर लगाकर देख लीजिए आज ही, जमी गंदगी निकल जाएगी चुटकियों में
एक चम्मच हल्दी को एक ग्लास गर्म दूध में मिलाकर इसमें थोड़ी पिसी काली मिर्च मिलाकर सुबह-शाम रोगी को पिलाएं।
हल्दी खून के थक्के के बनने की प्रक्रिया को धीमा करती है, इसलिए जिन्हे रक्त स्त्राव का खतरा हो, वो हल्दी का सेवन न करें।
तंदूरी खाने में दूसरा सबसे बड़ा खतरा है फूड कलर्स जो आजकल के रेस्तरां और होटल में किया जाता है. तंदूरी चिकन या अन्य तंदूरी खाने की डिश को अधिक लाल और विजुअल अपील को बढ़ावा देने के लिए लोग फूड कलर्स का उपयोग करते हैं.
अगर हड्डी टूट गई हो और प्लास्टर बना हो तो हल्दी का नियमित सेवन करने से बहुत लाभ होता है।
इन तमाम हल्दी के फायदे जानने के बाद यह कहा जा सकता है कि हल्दी गुणों का खजाना read more है। हल्दी का उपयोग कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से बचाव में सहायक हो सकता है। ऐसे में इसकी सीमित मात्रा का उपयोग कर इसके स्वास्थ्य लाभ उठाएं जा सकते हैं। ध्यान रहे कि हल्दी एक आयुर्वेदिक औषधि है, जिसका असर धीरे-धीरे हो सकता है। इसलिए, हल्दी के औषधीय गुण के असर के लिए संयम के साथ इसका सेवन करें और परिणाम का इंतजार करें। साथ ही लेख में हल्दी के नुकसानों के बारे में भी बताया गया है, इसलिए हल्दी का सेवन हमेशा सीमित मात्रा में ही करें। स्वस्थ खाएं और सेहतमंद रहें।
इससे इम्यूनिटी बूस्ट होती है. सर्दी, खांसी, गले में खराश और सिरदर्द जैसी परेशानियों से छुटकारा मिल सकता है.
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